महिलाओं के लिए बॉडी बिल्डिंग टिप्स
जिम वर्कआउट महिला और पुरुष दोनों के लिए लाभदायक होता है। हालांकि दोनों के लिए एक्सरसाइज अलग-अलग होती हैं। जिम करने से महिलाओं का वजन कम होता है और कई अन्य शारीरिक लाभ भी होते हैं। महिलाओं के लिए जिम में होने वाले एक्सरसाइज में एरोबिक्स, वेट्स, कार्डियो और स्ट्रेचिंग प्रमुख होते हैं। इन एक्सरसाइज से महिलाओं का शरीर मजबूत बनता है और उनमें लचीलापन आता है। साथ ही इससे बॉडी शेप भी कमाल की बनती है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आ रहीं है भारतीय महिला बॉडी बिल्डिंग
यदि आने वाले समय में भारतीय महिला बॉडी बिल्डिंग के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर परचम लहराती नजर आए तो आपको हैरानी नहीं होनी चाहिए। जी हां, भारतीय महिलाओं में तेजी से बढ़ रहे बॉडी बिल्डिंग के शौक के चलते इंडियन बॉडी बिल्डिंग महासंघ आइबीबीएफ अब इस खेल में महिलाओं को भी जोड़ने का फैसला किया है। हालांकि उनके लिए यह एक लंबा रास्ता होगा।
फिजिकली फिट रहती हैं जिम जाने वाली महिलाएं
जिम में एक्सरसाइज करने से शरीर फिट और एक्टिव बना रहता है। साथ ही महिलाओं को मोटापा, दिल की बीमारी और मधुमेह से जैसी बीमारियों से बचने में भी मदद मिलती है। नियमित रूप से वर्कआउट करने से शरीर का एनर्जी लेवल भी बढ़ता है। इतना ही नहीं फिजिकल एक्टिविटी से सेल व टिशू के मरम्मत और शरीर के अंग को तंदुरुस्त रखने में भी आसानी होती है। यदि कोई महिला फिजिकली फिट है तो वह अपने परिवार को भी सेहतमंद रख सकती है। पूरे दिन तरोताजा रहने के लिए जिमिंग एक बेहतरीन विकल्प है। इससे महिलाएं अपना पूरा दिन उत्साहपूर्वक बिता सकती हैं और लोगों की पारंपरिक सोच से अलग एक नए क्षेत्र में अपना नाम बना सकती हैं।
बॉडी बिल्डिंग शुरू करने से पहले इन बातों पर ध्यान दें
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सबसे पहले डॉक्टर से मिलें और फिर अपने शरीर की पूरी जांच कराएं। इससे आप शरीर की जरूरत समझ, उसकी मेडीकल कंडीशन को जान पाएंगी। किसी भी एक्सरसाइज को करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक होता है, ताकि आपको पता चल सके की आपका शरीर बॉडी बिल्डिंग के लिए तैयार है या नहीं।
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बॉडी बिल्डिंग के लिए जिम का चुनाव करते समय ध्यान रखें कि वह आपके लाइफस्टाइल के अनुरूप हो, उसे सपोर्ट करने वाला हो। जिम ऐसा न हो जो सिर्फ आपके लिए केवन एक प्रोग्राम की ही भूमिका अदा करे। साथ ही बॉडी बनाने के लिए किसी अच्छे जिम को चुनें, जहां आप किसी अच्छे ट्रेनर के निर्देशन में एक्सरसाइज कर सकें। साथ ही सुनिश्चित कर लें कि जिम का माहौल, वातावरण और लोकेशन अच्छी हो।
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भारी वजन को उठाने से पहले अपनी मांसपेशियों को मजबूत बना लें। साथ ही अपनी मांसपेशियों को चोट लगने से बचाएं और सेफ्टी एसेसरीज पहन कर ही एक्सरासइज करें। एक बार मांसपेशियां ताकतवर हो जाएं तो इसके बाद दर्द नहीं होता है और आप आराम से हैवी वर्कआउट कर सकती हैं।
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वर्कआउट के लिए पार्टनर बनाएं, इससे बेहतर रिजल्ट मिलता है। ऐसा करने से प्रतिस्पर्धा की भावना रहती है और नियम भी बना रहता है। अगर आप जिम में कोई ट्रेनिंग पार्टनर बनाती हैं तो आपको बॉडी बनाने में आसानी होती है। आप समय-समय पर उसके साथ खुद को कम्पेयर कर सकती हैं।
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शरीर के बदलावों को भी जानें। यदि आप बॉडी बनाने की शुरूआत कर रही हैं तो अपनी बॉडी में होने वाले छोटे से छोटे बदलाव को भी ध्यान में रखें। इससे आपको उसे बॉडी बिल्डिंग के लिए सही दिशा में बढ़ने में मदद मिलेगी। अगर आपको लगता है कि आपके शरीर को आराम चाहिए तो एक दिन रेस्ट ले लें, किंतु शरीर को रोज आराम न करने दें, वर्कआउट नियमित होना बहुत जरूरी होता है।
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वर्कआउट के साथ स्ट्रेचिंग भी जरूरी होती है। इसलिए वर्कआउट सेशन में स्ट्रेचिंग जरूर करें। इससे मांसपेशियां मजबूत होती है और उनमें सूजन भी नहीं आती है। साथ ही स्ट्रेच करने से बॉडी में लचीलापन भी आता है।
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एक्सरसाइज के साथ-साथ अच्छी नींद और आराम लेना भी बेहद जरूरी होता है। इसके साथ रोज सात से आठ घंटे सोना बहुत जरूरी होता है। इसके अलावा संतुलित भोजन खाएं। वर्कआउट करने के बाद बेहतर परिणामों के लिए संतुलित भोजन करना आवश्य होता है।
क्या न करें
प्रोटीन पूरा पर कार्बोहाइड्रेट अधूरा
अमूमन जिम जाने वालों का पूरा ध्यान प्रोटीन पर ही रहता है। लेकिन अकसर वे प्रोटीन की मात्रा तो पूरी लेते हैं, लेकिन कार्बोहाइड्रेट कम ही लेते हैं। ऐसे में शरीर को तो अपना काम करने के लिए प्रोटीन को उसमें लगा देता है। तो यदि आप कार्ब्स भी पर्याप्त मात्रा में लेंगे तो सारा प्रोटीन मसल्स बनाने में ही उपयोग होगा।